Akshay Kumar OMG 2: लंबे समय से सेंसर बोर्ड के पचड़ों में फंसी अक्षय कुमार की फिल्म ओएमजी 2 (OMG 2) 20 बड़े बदलाव होने के बाद सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है। आपको बता दें कि सेंसर बोर्ड ने फिल्म को ए सर्टिफिकेट दे दिया है। इसके साथ ही फिल्म में 20 से ज्यादा बदलाव करने के लिए कहा है।rn
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11 अगस्त को ही सिनेमाघरों में रिलीज होगीrn
तो वहीं अब ए सर्टिफिकेट जारी होने के बाद फिल्म (OMG 2) का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है। अब ये फिल्म 11 अगस्त को ही सिनेमाघरों में रिलीज होगी। तो वहीं पंकज त्रिपाठी और अक्षय कुमार की फिल्म के मेकर्स ने सेंसर बोर्ड की बात मानते हुए फिल्म में बदलाव कर दिए हैं। rn
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सेंसर बोर्ड को अक्षय कुमार के किरदार से दिक्कत rn
बता दें कि सेंसर बोर्ड को सबसे ज्यादा दिक्कत अक्षय कुमार के किरदार से थी। दरअसल फिल्म में अक्षय भगवान शिव बने थे और इसमें सेक्स एजुकेशन के बारे में बताया गया हैं। ऐसे में भगवान और सेक्स एजुकेशन को साथ में देखते हुए लोगों की भावनाएं आहत हो सकती हैं। जिसकी वजह ने सबसे बड़ा बदलाव अक्षय कुमार के किरदार में किया गया है। उन्हें भगवान शिव नहीं बल्कि उनके दूत के रुप में दिखाया जाएगा।rn
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ओह माई गॉड 2 में हुए ये बदलाव rn
सबसे पहले भगवान शिव के दूत को नशे में दिखाया गया है, जो इस दौरान एक खास किस्म का डायलॉग भी बोलते हैं, इस दृश्य और डायलॉग दोनों में ही बदलाव किए गए हैं। तो वहीं फिल्म में नागा साधुओं के सीन्स लगाए गए हैं, पहले इसकी जगह फ्रंटल न्यूडिटी के सीन्स थे।rn
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इसके साथ ही मंदिर में महिलाओं को संबोधित किये जाने वाली एक आपत्तिजनक अनाउंसमेंट को हर जगह बदल दिया गया है। साथ ही फिल्म की काल्पनिक कहानी महाकाल की नगरी उज्जैन में सेट है, इसमें सेक्स एजुकेशन का मुद्दा उठाया गया है, ऐसे में सेंसर बोर्ड ने फिल्म में शहर का नाम बदलकर इसे एक काल्पनिक नाम देने का आदेश दिया है।rn
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इसके बाद जहां कहीं भी स्कूल का नाम दिखाया गया है, उसे बदलकर ‘सवोदय’ कर दिया गया है। तो वहीं भगवान को प्रसाद के रूप में शराब चढ़ाने को लेकर व्हिस्की, रम जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया है, इन्हें मदीरा से रिप्लेस कर दिया गया है। इतना ही नहीं फिल्म में ‘लिंग’ शब्द के इस्तेमाल की जगह ‘शिवलिंग’ अथवा ‘शिव’ जैसे शब्दों के इस्तेमाल का आदेश दिया है।rn
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इसके बाद फिल्म में ‘क्या होवे है…’ से लेकर ‘आप अश्लील कह रहीं’ वाले डायलॉग के बीच में आने वाले ‘शिव जी के लिंग’, ‘अश्लीलता’, ‘श्री भगवद गीता’, ‘उपनिषद’, ‘अथर्वेद’, ‘द्रोपदी’, ‘पांडव’, ‘कृष्णा’, ‘गोपियां’ ‘रास लीला’ जैसे संदर्भों और शब्दों को हटा दिया गया है। rn
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तो वहीं सेक्स रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रकाश कोठारी को फ़िल्म में हस्तमैथुन (मैस्टरबेशन) के बारे में विस्तार से बात करते हुए दिखाया गया है, उनके द्वारा बोले जाने वाले डायलॉग में भी सेंसर बोर्ड ने कुछ बदलाव किये हैं। साथ ही हस्तमैथुन (मैस्टबेशन) को लेकर इस्तेमाल किये गये शब्द ‘हराम’ को ‘पाप’ शब्द से बदल दिया गया है।rn
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इसके बाद फिल्म में एक नाबालिग लड़के द्वारा किये जा रहे सेक्सुअल एक्ट के दृश्य में भी NCPCR के गाइलाइंड के मुताबिक जरूरी बदलाव किये गये हैं। साथ ही अप्राकृतिक सेक्स से जुड़ी मूर्तियों को दिखाते वक्त एक सेक्स वर्कर से सवाल करने के दृश्यों और डायलॉग्स में भी जरूरी बदलाव किये गये हैं। rn
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शिव भगवान के दूत द्वारा बोले जाने वाले डायलॉग ‘मैं टांग क्यों अड़ाऊं…’ में भी बदलाव किया गया है। फिल्म में भगवान शिव के दूत द्वारा अध्यात्म में लील रहने वाले और नहाने के दृश्यों में भी बदलाव किये गये हैं। साथ ही फिल्म में एक जगह पर शिव के दूत द्वारा एक डायलॉग बोला जाता है-‘बड़े बाल देखकर…रुपये मिलेंगे’, इस डायलॉग को भी सेंसर बोर्ड ने बदल दिया है।rn
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इतना ही नहीं फिल्म में एक जगह पर डायलॉग है ‘हाई कोर्ट…मजा आएगा’, इस डायलॉग को संवैधानिक बॉडी की गरीमा के खिलाफ़ बताते हुए इस बदलने का निर्देश हाई कोर्ट ने दिया है। कोर्ट की ही सुनवाई के दौरान ‘महिला की योनी…हवन कुंड है’, इस डायलॉग के बोले जाने के साथ ही किये जाने वाले अश्लील तरह के इशारे में भी बदलाव किये गये हैं। कोर्ट में जज द्वारा सेल्फ़ी लेने के दृश्यों को भी हटा दिया गया है, साथ ही फिल्म के डायलॉग में से ‘सत्यम शिवम् सुंदरम’ जैसे शब्दों को भी हटा दिया गया है।rn