सालों बाद अमिताभ बच्चन का दर्द आया सामने, एक समय हो गए थे कंगाल और फिर भरी महफिल में…

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Amitabh Bachchan's pain came to the fore after years, at one time he had become a pauper and then in a crowded gathering...

Amitabh Bachchan: सदी के महानायक अमिताभ बच्चन किसी पहचान के मोहताज नहीं है, लेकिन एक समय ऐसा था जब अमिताभ बच्चन कंगाल हो गए थे। जी हां ये किस्सा खुद अमिताभ बच्चन ने सुनाया है। एक समय ऐसा था जब उनका अकाउंट बैलेंस जीरो हो चुका था। लेकिन फ्र एक व्यक्ति ने उनकी मदद की पेशकश की थी। तो चलिए आज आपको बताते हैं अमिताभ बच्चन का किस्सा…

 

बुरे दौर से गुजरे थे अमिताभ बच्चन

आज भले ही महानायक अमिताभ बच्चन के पास किसी चीज की कोई कमी नहीं है, लेकिन एक समय ऐसा भी उनकी जिंदगी में आया था, जब उनके पास एक भी पैसा नहीं था। ये किस्सा खुद अमिताभ बच्चन ने शेयर किया है। अमिताभ बच्चन ने बताया कि 90 के दशक में उन्होने बुरा वक्त देखा है, वैसे तो उनकी कंगाली की कहानी ज्यादातर लोग जानते हैं।

 

धीरूभाई अंबानी ने की थी मदद की पेशकश

दरअससल सोशल मीडिया पर अमिताभ बच्चन का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। बच्चन ने बताया कि बुरे वक्त में धीरूभाई अंबानी ने अपने बेटे से उनके लिए मदद भिजवाई थी। इतना ही नहीं जब अमिताभ बच्चन कर्ज से बाहर आए तो भरी महफिल में धीरूभाई ने कुछ ऐसा कहा जिसे बिग बी पैसों से ज्यादा कीमती मानते हैं। यह घटना बताते-बताते अमिताभ बच्चन भावुक हो गए। वहां मौजूद मुकेश अंबानी भी इमोशनल दिखे।

 

क्या है इस वडियो में?

आपको बता दें कि वीडियो क्लिप में अमिताभ बच्चन बोलते हैं- जीवन में एक बार ऐसा दौर आया जब मैं बैंकरप्ट हो गया, दिवालिया हो गया, मेरी बनाई हुई कंपनी घाटे में चली गई, करोड़ों का कर्जा चढ़ गया, मेरा व्यक्तिगत बैंक बैलेंस जीरो यानी शून्य हो गया। कमाई के सब जरिये बंद थे और सरकार की तरफ से घर पर कुर्की के छापे लग गए।

उन्होने बताया- लेकिन जब ये बात धीरूभाई को पता चली, बिना किसी से पूछे या जाने उन्होंने अपने छोटे बेटे और मेरे मित्र अनिल से कहा- इसका बुरा वक्त है, इसे कुछ पैसे दे दो। अनिल ने मुझे आकर ये बताया।

 

अमिताभ बच्चन  ने बताया कि धीरूभाई की नजर मुझ पर नजर पड़ी तो मुझे बुलाया। मुझसे कहा- यहां आ मेरे पास बैठ, मुझे बड़ा अजीब लगा। मैंने क्षमा मांगी और कहा- मै यहां अपने मित्रों के साथ बैठा हूं, यहीं ठीक हूं। लेकिन उन्होंने जिद की और बैठा लिया मुझे। फिर अपनी उस दिग्गजों की महफिल में उन्होंने कहा, यह लड़का गिर गया था। लेकिन अपने बल पर फिर खड़ा हो गया। मैं इसकी इज्जत करता हूं।

उनका ये व्यवहार और उनके ये शब्द मेरे लिए उस धनराशि से बहुत ज्यादा मूल्यवान थे जितना कि वे मुझे मेरे संकट से बाहर आने के लिए देने के लिए तैयार थे। ये उनका व्यक्तित्व था।

 

 

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