ISRO ने जारी किया प्रज्ञान रोवर का Video, लैंडर से बाहर निकल कर चंद्रमा की सतह पर ऐसे चला, देखें वीडियो

First Ever News Admin
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Chandrayaan 3: चांद की सतह पर अपना रोवर प्रज्ञान मिशन में जुट गया है। आपको बता दें कि इसरो (ISRO) ने इस दौरान लैंडर विक्रम से उतरते रोवर प्रज्ञान का वीडियो भी जारी किया है। दरअसल महज 30 सेकंड के इस वीडियो में दिखाई देता है कि किस तरह प्रज्ञान चंद्रयान (Chandrayaan) के लैंडर से बाहर आता है। इसके बाद जैसे ही वह लैंडर से बाहर चलने लगता है, उसके साथ-साथ उसकी परछाई भी चलने लगती है।rn

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इसरो (ISRO) ने जारी किया वीडियोrn

आपको बता दें कि इसको लेकर इसरो (ISRO) ने X पर दो मिनट का एक वीडियो भी जारी करते हुए ट्वीट किया है। इस ट्वीट में लिखा है- और इस तरह चंद्रयान3 (Chandrayaan 3) रोवर ने लैंडर से बाहर निकल कर चंद्रमा की सतह को छुआ।rn

फोटो पर क्लिक करके वीडियो देखें….

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वीडियो में ये दिखाया गया है-rn

बता दें कि इसरो (ISRO) द्वारा जारी किए गए इस वीडियो में प्रज्ञान को लैंडर से बाहर आते और चंद्रमा की सतह पर चलते दिखाया गया है। साथ ही दिख रहा है कि लैंडर की ढलान वाली सीढ़ी से प्रज्ञान नीचे उतरता है। तो वहीं इसके बाद उसका सोलर एनर्जी पैनल खुलता है और वह एक्टिव होकर सतह पर चलने लगता है। यह सब लैंडर के कैमरे में रिकॉर्ड होता है। rn

दरअसल विक्रम लैंडर को जहां उतारा गया है उस जगह पर अगले 12 दिनों तक सूरज की रोशनी रहेगी। इसके साथ ही चंद्रमा की सतह पर दिख रही प्रज्ञान की परछाई इसी रोशनी की वजह से बन रही है।rn

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भारत ने अपने रोवर में कई यंत्र भेजे हैं rn

आपको बता दें कि भारत ने अपने रोवर में कई यंत्र भेजे हैं, और इन यंत्रों के जरिए चंद्रमा की सतह को जांचा परखा जाएगा। साथ ही वहां के वातावरण में मौजूद पानी के बारे में पता लगाना भी इसका एक प्रमुख उद्देश्य रहेगा। तो वहीं अगले 14 दिनों तक प्रज्ञान अपने साथ ले गए पेलोड APXS — Alpha Particle X-Ray Spectrometer के जरिए चंद्रमा की सतह का रासायनिक विश्लेषण करेगा। और इसके साथ ही वहां मौजूद खनिजों की जांच भी करेगा। जिसके बाद लगभग 14 दिन बाद प्रज्ञान और विक्रम दोनों की बैटरी समाप्त हो जाएगी और दोनों ही निष्क्रिय हो जाएंगे। rn

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