Chankaya Niti: आचार्य चाणक्य की गिनती भारत के श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है। तो वहीं चाणक्य ने नीति शास्त्र में स्त्रियों के तीन ऐसे गुणों का भी जिक्र किया है, जो उन्हें श्रेष्ठ बनाते हैं। तो आइये जानते हैं क्या हैं वो गुण…
संतुष्ट
अपनी इच्छाओं को मारना अच्छी बात नहीं है, लेकिन जो महिला शादी के बाद अपने परिवार की आर्थिक और पारिवारिक स्थिति में संतुलन बनाकर अपनी इच्छाओं को पूरा करती है, वह अपने पति और ससुराल वालों के लिए भाग्यशाली होती है।
इसके साथ ही जिन महिलाओं में संतुष्टि की भावना होती है उनका वैवाहिक जीवन हमेशा खुशियों से भरा रहता है। ऐसे पुरुष बहुत भाग्यशाली होते हैं जिनकी पत्नियाँ पैसे बचाने के महत्व को समझती हैं।
शिक्षित-सुसंस्कृत
एक गुणी पत्नी पूरे परिवार का ख्याल रख सकती है, एक शिक्षित महिला आत्मविश्वास से भरपूर होती है। ऐसी महिलाएं सही और गलत की पहचान करना बेहतर जानती हैं। शिक्षित महिलाएं कठिन समय में अपने पति के साथ-साथ अपने परिवार का सहारा बनती हैं। एक संस्कारी महिला शिक्षा के साथ-साथ अगली पीढ़ी का भविष्य संवारने में अहम भूमिका निभाती है।
धार्मिक अनुयायी
धर्म का पालन करने वाली स्त्री कभी भी अपने कर्तव्यों से विमुख नहीं होती। इसके साथ ही जो महिलाएं आध्यात्म में विश्वास रखती हैं उनके घर में सुख-शांति भंग नहीं होती है। जो महिलाएं धर्म का पालन करती हैं वे अपने जीवन के साथ-साथ अपने परिवार का जीवन भी सार्थक बनाती हैं। इससे आने वाली पीढ़ियां भी धार्मिक और संस्कारी बनती हैं।