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Electoral Bond Data: इलेक्टोरल बॉन्ड से मालामाल हुई BJP, कांग्रेस को मिला इतना?

Admin
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Electoral Bond Data: BJP got rich from electoral bonds, Congress got this much?

Electoral Bond Data: पिछले कई दिनों से चर्चा में बना इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bond) को लेकर खुलासा हो गया है। आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने गुरुवार यानी बीते 14 मार्च को इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bond Data) का डेटा अपनी वेबसाइट पर जारी किया है।

Electoral Bond Data

Electoral Bond: EC data reveals, BJP received 10 times more donations than Congress, know who got how much?
Electoral Bond: EC data reveals, BJP received 10 times more donations than Congress, know who got how much?

आपको बता कि आंकड़ों के अनुसार, इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bonds) के जरिए सबसे ज्यादा चंदा भारतीय जनता पार्टी (BJP) को मिला है। BJP ने 12 अप्रैल, 2019 से 24 जनवरी, 2024 के बीच 6,060.5 करोड़ रुपए के बॉन्ड कैश करा। तो वहीं अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस यानी (TMC) ने चुनावी बॉन्ड के जरिए 1,609.50 करोड़ रुपए हासिल कर दूसरे नंबर पर रही, तो वहीं 1,421.9 करोड़ रुपए जुटाकर कांग्रेस (Congress) तीसरे स्थान पर रही।

आंकड़ों के मुताबिक इलेक्टोरल बॉन्ड भुनाने वाली पार्टियों में भारतीय जनता पार्टी (BJP), कांग्रेस (Congress), AIDMK, BRS, शिवसेना, TDP, YSR कांग्रेस, DMK, JDS, NCP, तृणमूल कांग्रेस (TMC), JDU, RJD, AAP और समाजवादी पार्टी शामिल हैं।

Electoral Bond Data दो सेट में आया

बता दें कि चुनाव आयोग यानी Election Commission के मुताबिक, डेटा को दो सेट में जारी किया गया है। डेटा के पहले सेट में बॉन्ड खरीदने वाले का नाम और उसकी कीमत बताई गई है, जबकि डेटा के दूसरे सेट में राजनीतिक दलों और उनके की तरफ से कैश कराए गए बॉन्ड की कीमत शामिल है। हालांकि, डेटा में दान देने वाले और चंदा लेने वाली पार्टियों के बीच कोई संबंध नहीं दिखाया गया, जिससे ये पता चल पाना मुश्किल है कि किसने किसी पार्टी को बॉन्ड के जरिए दान या फिर चंदा दिया।

15 फरवरी, 2024 को एक ऐतिहासिक फैसला

Electoral Bond Data: BJP got rich from electoral bonds, Congress got this much?
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आपको बता दें कि 15 फरवरी, 2024 को एक ऐतिहासिक फैसले में, पांच जजों की संविधान पीठ ने केंद्र की चुनावी बॉन्ड योजना को रद्द कर दिया था, और चुनाव आयोग को दानदाताओं, उनके द्वारा दान की गई रकम और उसे लेने वाली पार्टियों का खुलासा करने का आदेश दिया था। जिसके बाद चुनाव आयोग को डेटा प्रकाशित करने के लिए 15 मार्च की समय सीमा दी गई थी। चुनाव आयोग ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से मिले चुनावी बॉन्ड डेटा का जानकारी अपनी वेबसाइट पर पब्लिश कर दी है। हालांकि इस बात का खुलासा अभी नहीं हो पाया है कि आखिर किस कंपनी ने किस पार्टी को कितना चंदा या फिर दान दिया, इसका खुलासा होने में अभी टाइम लग सकता है।

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